पिछ्ले कुछ समय से लोग अंग्रेजी दवाइयों का ज्यादा महत्व नहीं दे रहे हैं। उन्होंने आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, योग और प्राकृतिक चिकित्सा के उपयोग करना शुरू कर दिया है। इससे आयुर्वेद, होम्योपैथी जैसे कोर्स का ध्यान बढ़ गया है। उनमें से एक प्रसिद्ध कोर्स है – BNYS कोर्स।
यह कोर्स दूसरे कोर्स से थोड़ा अलग होता है। यह इसलिए क्योंकि इस कोर्स में आयुर्वेद, होम्योपैथिक, योग और प्राकृतिक चिकित्सा का एक साथ समावेश हुआ है। इसको आसान भाषा में समझें तो किसी व्यक्ति को अगर बीमारी होती है तो उसे प्राकृतिक चिकित्सा के ज़रिए कैसे ठीक किया जाता है, यह समझाया जाता है।
अगर आप जानना चाहते हैं कि BNYS का full form क्या है और इस कोर्स डिटेल के बारे में तो नीचे हम आपको इसकी पूरी जानकारी उपलब्ध किया हैं।
चलिए देखते हैं।
BNYS Full Form in Hindi
BNYS का फुल फॉर्म होता है “बैचलर इन नेचुरोपैथी एंड योग साइंस” यानी अंग्रेजी में “Bachelor in Naturopathy and Yoga Science” है।
इसका हिन्दी में मतलब “प्राकृतिक चिकित्सा और योग विज्ञान” होता है।
BNYS Course क्या होता है?
यह एक डॉक्टर बनने का कोर्स होता है।
इस कोर्स में चिकित्सा से जुड़े इलाज के बारे में सिखाया जाता है जैसे कि घरेलू उपचार और योग के तरीके भी शामिल होते हैं। इस उपचार को ‘बीएनवाईएस‘ कहा जाता है।
इस कोर्स को पढ़ने वाले डॉक्टर बिलकुल एक ऐलोपैथिक डॉक्टर नहीं होते हैं क्योंकि वे अंग्रेजी दवाओं के बजाय प्राकृतिक चिकित्सा का इलाज करते हैं।
यह डॉक्टर हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग और प्राकृतिक चिकित्सा के द्वारा लोगों का इलाज करते है।
BNYS कोर्स करने से प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है।
योग्यता
बीएनवाईएस कोर्स करने के लिए उम्मीदवार को कुछ महत्वपूर्ण योग्यताएं होनी चाहिए –
बीएनवाईएस कोर्स करने के लिए आपको एक मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा पास करनी होगी जिसमे भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry) और जीवविज्ञान (Biology) के subjects सम्मिलित होनी चाहिए साथ में इन subjects में कम से कम 60% अंक की आवश्यकता होनी चाहिए।
Note: इसका मतलब होता है कि उम्मीदवार को उन विशेष विषयों में रूचि होनी चाहिए जो इस कोर्स में शामिल होते हैं। छात्र को लगातार जांच करनी चाहिए कि वह सभी आवश्यक योग्यताएं पूरी करता है या नहीं।
कुछ सरकारी कॉलेज हैं जहाँ आप BNYS में एडमिशन लेने के लिए NEET परीक्षा में सफल होना होता है।
लेकिन कुछ कॉलेजों में NEET के बिना भी BNYS कोर्स के लिए एडमिशन दिया जाता है।
अगर कोई छात्र सरकारी कॉलेज यानी गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन लेना चाहता है तो उसे एंट्रेंस एग्जाम में पास होना जरूरी होता है।
लेकिन अगर कोई छात्र प्राइवेट कॉलेज में जाना चाहता है तो सिर्फ मेरिट या फिर अच्छे अंकों की आवश्यकता होती है।
कुछ एंट्रेंस एग्जाम
बीएनवाईएस कोर्स में प्रवेश के लिए कुछ परीक्षाएँ होती हैं। इनमें से कुछ नाम हैं:
- PAET – पंजाब आयुष प्रवेश परीक्षा
- DSRRAU PAT
- CPAT – Combined Pre Ayush Test UP
- CEEAH – Common Entrance Exam for Ayurveda and Homeopathy
PAET – पंजाब आयुष प्रवेश परीक्षा: यह पंजाब सरकार द्वारा आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक पाठ्यक्रमों, बीएनवाईएस सहित, में प्रवेश के लिए आयोजित एक प्रवेश परीक्षा है। परीक्षा में 200 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और यह ऑफलाइन आयोजित की जाती है। परीक्षा की अवधि 3 घंटे होती है और कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती।
DSRRAU PAT – डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय प्री-आयुर्वेद परीक्षा: यह परीक्षा डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय द्वारा राजस्थान राज्य में बीएनवाईएस और अन्य आयुर्वेदिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। परीक्षा में 200 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और यह ऑफलाइन आयोजित की जाती है। परीक्षा की अवधि 3 घंटे होती है और कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती।
CPAT – कम्बाइंड प्री आयुष परीक्षा यूपी: सीपीएटी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक पाठ्यक्रमों, बीएनवाईएस सहित, में प्रवेश के लिए आयोजित एक प्रवेश परीक्षा है। परीक्षा में 180 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और यह ऑफ़लाइन आयोजित की जाती है। परीक्षा की अवधि 3 घंटे होती है और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/4 अंक का नकारात्मक अंकन किया जाता है।
CEEAH – आयुर्वेद और होम्योपैथी के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा: यह अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है जो बीएनवाईएस सहित विभिन्न आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए होती है। परीक्षा में 120 बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और यह ऑनलाइन आयोजित की जाती है। परीक्षा की अवधि 2 घंटे होती है और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/4 अंक का नकारात्मक अंकन किया जाता है।
BNYS कॉलेज में एडमिशन कैसे मिलता है?
यदि किसी उम्मीदवार को 12वीं कक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करता है और उनका मेरिट में नाम आता है, तो उन्हें BNYS कॉलेज में सिलेक्ट होने का मौका मिलता है।
इसके लिए कोई अलग से कुछ करने की जरूरत नहीं होती है। यह चयन उनके अंकों के आधार पर होता है।
BNYS के कुछ कॉलेज ऐसे होते हैं जहाँ जीव विज्ञान बहुत महत्वपूर्ण होता है। यानी अगर कोई विद्यार्थी अन्य विषयों में कम अंक प्राप्त करता है पर उन्हें जीव विज्ञान में अच्छे अंक प्राप्त होते हैं, तब भी उस विद्यार्थी को कॉलेज में प्रवेश मिल सकता है।
कुछ कॉलेज ऐसे होते है जो BNYS प्रवेश परीक्षा के आधार पर छात्रों का चयन करते हैं। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को ही उस कॉलेज में प्रवेश दिया जाता है।
कुछ BNYS कॉलेज ऐसे भी होते है जो सीधे इंटरव्यू के लिए छात्रों को बुलाते हैं और कुछ प्रश्न पूछकर उन्हें कॉलेज के लिए चयन करते हैं।
BNYS का मतलब होता है बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंस, जिसमें योग, प्राकृतिक चिकित्सा और जीव विज्ञान का अध्ययन होता है।
अवधि
BNYS कोर्स की अवधि 5.5 यानी साढ़े 5 वर्ष होती है, जिसमें छात्रों को 4.5 यानी साढ़े 4 वर्ष की पढ़ाई करनी पड़ती है।
इसके बाद अंत में एक वर्ष की ट्रेनिंग या इंटर्नशिप दी जाती है, जिसमें रोगी का उपचार करना सिखाया जाता है साथ में अन्य महत्वपूर्ण बातें भी बताई जाती हैं।
सिलेबस
छात्रों को BNYS कोर्स में विभिन्न सब्जेक्ट पर पढ़ाई की सुविधा होती है। इन subjects के अलावा अन्य विषय भी इस कोर्स में शामिल किए जाते हैं।
1st year Syllabus | 2nd year Syllabus |
Principal of Yoga | Toxicology |
Forensic Medicine | Pathology |
Biochemistry | Microbiology |
Philosophy of Natural cure | Community Medicine |
Human Anatomy | Colour and Magneto Therapy 1 and 2 |
Human Physiology | Basic Pharmacology |
Hospital Management |
4th-year Syllabus | 4th year Syllabus |
Manipulative Therapy | Yoga Therapy |
Nutrition and Herbology | Fasting and Diet Therapy |
Yoga and Physical Culture | Hydrotherapy and Mud Therapy |
Naturopathy and Modern Diagnosis | Obstetrics and Gynecology |
Emergency Medicine, Minor Surgery, and first Aid | Clinical Naturopathy |
Research Methodology and Recent Advances | Physical Medicine and Rehabilitation |
Acupuncture, Acupressure, Reflexology, and Pranic Healing | 3rd-year Syllabus |
फीस
BNYS कोर्स की फीस MBBS कोर्स की फीस के तरह नहीं होती। MBBS के लिए लगभग 30 से 40 लाख रुपये का खर्चा होता है, जबकि BNYS के लिए यह फीस कम होती है।
सरकारी कॉलेज में BNYS के लिए फीस 1 से 3 लाख तक होती है जबकि प्राइवेट कॉलेजों में यही फीस 3 से 10 लाख तक हो सकती है।
इसलिए इस कोर्स को पढ़ने के लिए स्टूडेंट्स को कम खर्च करना पड़ता है।
BNYS डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है?
BNYS कोर्स को पूरा करने के बाद, यानी डॉक्टर बनने के बाद अच्छी सैलरी उपलब्ध करवाई जाती है।
एक BNYS डॉक्टर महीने में एक लाख तक आसानी से कमा लेता है और एक experienced डॉक्टर महीने में लगभग पांच से छ लाख तक कमा सकता है।
इसलिए BNYS छात्रों के लिए एक अच्छा करियर विकल्प हो सकता है।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने आपको बीएनवाईएस का मतलब, कोर्स डिटेल्स, फुल फॉर्म इन मेडिकल और भी बहुत कुछ समझाया गया है।
उम्मीद है कि आप इस जानकारी से पूरी तरह संतुष्ट होंगे और आपके सभी सवालों के उत्तर मिल जाएंगे।
अगर आपको कुछ समझ में नहीं आता है तो आप हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते हैं। हमारी टीम आपके प्रश्न को सुलझा देंगे।