BEMS Course क्या है Details in Hindi – फीस, जॉब स्कोप, सैलरी

दोस्तों, भारत के छात्रों में आजकल मेडिकल क्षेत्र में जाने की रूचि बहुत अधिक बढ़ गई है। इसलिए हमारे देश में छात्रों को मेडिकल क्षेत्र में उन्नति कराने और उन्हें निपुण बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं। आज हम आपको एक ऐसे कोर्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नाम है “BEMS कोर्स“।

क्या आपको पता है कि यह कोर्स क्या होता है? अगर नहीं, तो इस आर्टिकल में हम आपको बीईएमएस कोर्स के बारे में सभी जानकारी प्रदान करेंगे।

आइए, इस आर्टिकल में हम बीईएमएस कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं। हम आपको बताएंगे कि BEMS कोर्स क्या होता है, इसकी फीस, और इस कोर्स में फ्यूचर स्कोप के बारे में।

तो अधिक जानकारी जानने के लिए, कृपया हमारे इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।

तो चलिए, बिना और समय बर्बाद किए, हम इस आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं।

कोर्स का नामबीईएमएस कोर्स
फुल फॉर्मBachelor of Electro – Homeopathy Medicine and Surgery
अवधि4 साल 6 महीने
आयु सीमा17 वर्ष
योग्यता12वी कक्षा में पास होना और 55% से 60% परसेंटेज प्रतिशत होनी चाहिए।
फीसन्यूनतम 40,000 से 1,00,000 या 3,00,000 या 7,00,000 तक
BEMS डॉक्टर सैलरी40,000 से 50,000 तक

बीईएमएस का फुल फॉर्म

BEMS का फुल फॉर्म होता है “बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी” यानी अंग्रेज़ी में “Bachelor of Electro-Homeopathy Medicine and Surgery” है।

इसका हिन्दी में मतलब इलेक्ट्रो होम्योपैथी विधि के जरिए दवाइयों का निर्माण करना होता है।

BEMS कोर्स क्या है?

बीईएमएस कोर्स एक मेडिकल डिग्री कोर्स है, जिसकी अवधि 4.5 वर्ष यानि 4 साल 6 महीने की होती है। इस कोर्स के दौरान आपको दवाइयों के निर्माण की कला सिखाई जाती है।

BEMS Course Kya Hai Details in Hindi
BEMS Course Kya Hai Details in Hindi

यह कोर्स आपको इलेक्ट्रो होम्योपैथी विज्ञान के माध्यम से दवाइयों के निर्माण की शिक्षा प्रदान करता है।

इसका सबसे अद्वितीय फायदा यह है कि इसमें प्राकृतिक तत्वों का ही उपयोग करके दवाइयां बनाई जाती हैं। पेड़-पौधों के अर्क, पत्ती, बीज आदि का उपयोग करके ये दवाएं बनाई जाती हैं।

इतना ही नहीं, इन विशेष दवाओं के माध्यम से आपको गंभीर रोगों जैसे गाठिया, माइग्रेन आदि का इलाज भी संभव होता है।

तो अगर आप भी मेडिकल क्षेत्र में अपना फ्यूचर बनाना चाहते हैं और दवाओं के निर्माण में रुचि रखते हैं, तो बीईएमएस कोर्स के लिए आप 12वीं के बाद से ही कर सकते हैं, और मेडिकल क्षेत्र में अपना फ्यूचर बना सकते हैं।

तो चलिए अब हम आपको इस कोर्स के बारे में और भी ज्यादा जानकारी दे देते हैं।

अवधि

दोस्तों, यह बात अवश्य ध्यान दें कि बीईएमएस कोर्स की अवधि 4 साल 6 महीने होती है, जिसमें 4 साल के 4 सेमेस्टर पूरे करने होते हैं। हर सेमेस्टर में छात्रों को विभिन्न विषयों पर अध्ययन करना पड़ता है और उन्हें पास होना चाहिए।

इसके बाद, जब छात्र 4 सेमेस्टर पूरे कर लेते हैं, तो उन्हें 6 महीनों की इंटर्नशिप ट्रेनिंग करनी होती है।

यह ट्रेनिंग छात्रों को वास्तविक अनुभव प्रदान करती है और उन्हें व्यावसायिक क्षेत्र में, कार्यक्षेत्र में अवधारणा प्राप्त करने का अवसर मिलता है।

इंटर्नशिप के बाद ही छात्रों को बीईएमएस कोर्स के लिए प्रमाण पत्र प्राप्त होता है।

इसलिए, B कोर्स की कुल अवधि 4 साल 6 महीने होती है, जिसमें सम्पूर्ण शिक्षा, सेमेस्टर अध्ययन और व्यावसायिक अनुभव शामिल होता है।

योग्यता

यदि हम BEMS कोर्स की योग्यता की बात करें, तो आपको कुछ क्राइटेरिया को पूरा करना होगा जैसे कि –

  1. आपकी आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए, और आपको किसी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से 12वीं कक्षा में पास होना आवश्यक है।
  2. यही नहीं, आपके 12वीं के अंकों का परसेंटेज 55% से 65% प्रतिशत के बीच रखना चाहिए।
  3. आपको 12वीं कक्षा में साइंस सब्जेक्ट के साथ ही पास होना होगा। आप मैथ्स और बायोलॉजी कुछ भी ले सकते हैं, लेकिन केमिस्ट्री और फिजिक्स की प्राथमिकता होना आवश्यक है।

इन योग्यताओं को पूरा करने पर ही आप इस महत्वपूर्ण कोर्स के लिए पात्र मान्य जाएंगे।

इसके अलावा, कई प्रतिष्ठित कॉलेजों में प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है जिसके माध्यम से छात्रों को बीईएमएस कोर्स के लिए भर्ती किया जाता है।

आपको यह संभावित है कि आपको इस प्रवेश परीक्षा में भाग लेना पड़ेगा, और इसके लिए आपको तैयारी करनी होगी।

इसलिए, इस बात का ध्यान रखें कि आप इन परीक्षाओं के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार हो जाएं।

इन योग्यताओं को पूरा करने के लिए आपका प्रतिबद्धता और मेहनत संकल्पित होना चाहिए।

फीस

दोस्तों, अब बात करते है फीस के बारे में। यह आपके चयन किए गए कॉलेज पर निर्भर करेगा कि आपको इस कोर्स के लिए कितनी फीस देनी होगी।

कुछ कॉलेजों में इस कोर्स की न्यूनतम फीस 40,000 रुपये होती है, जबकि कुछ प्रतिष्ठित कॉलेजों में यह फीस 1,00,000 रुपये तक जा सकती है।

इसलिए, आपका चयन किए गए कॉलेज पर निर्भर करेगा कि आपको कितनी फीस भुगतान करनी होगी।

BEMS कोर्स कैसे करे?

तो दोस्तों, अब मैं आपको बताऊंगा कि आप कैसे बीईएमएस कोर्स में प्रवेश पा सकते हैं।

यहां आपको सबसे पहले इस कोर्स के लिए एडमिशन के लिए आवेदन करना होगा।

आप चाहे तो कॉलेज में आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करके इस कोर्स में एडमिशन पा सकते हैं।

हालांकि, यदि आप 12वीं कक्षा के बाद अपनी मेरिट लिस्ट से इस कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो आपको 12वीं में अच्छे अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होगी।

इसके लिए आपको 12वीं में जमकर पढ़ाई करनी होगी। क्योंकि कई कॉलेज इस कोर्स के लिए मेरिट लिस्ट तैयार करके एडमिशन प्रदान करते हैं।

इसलिए, आप प्रवेश परीक्षा देकर या फिर 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर दोनों तरीकों से इस कोर्स में एडमिशन पा सकते हैं।

एडमिशन के लिए, आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।

BEMS Course टॉप बेस्ट कॉलेजेस और यूनिवर्सिटीज

दोस्तों, जैसा कि हम पहले भी कह चुके हैं, B.E.M.S कोर्स आपके भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।

कई कॉलेज और विश्वविद्यालय मेडिकल छात्रों के लिए बीईएमएस (BEMS) कोर्स प्रदान करते हैं जैसे –

  • सेंट्रल एंड स्टेट गवर्नमेंट यूनिवर्सिटीज
  • डीम्ड एंड प्राइवेट यूनिवर्सिटीज
  • गवर्नमेंट एंड प्राइवेट कॉलेज
  • स्व वित्तपोषित कॉलेज

इस कोर्स को करने के बाद आपका फ्यूचर इस बात पर निर्भर करता है कि आप इस कोर्स को किस कॉलेज से पास किया है, क्योंकि अच्छे कॉलेजेस तुम्हें अच्छी शिक्षा, सुविधाएं और अवसर प्रदान करते हैं।

चलिए, हम आपको भारत के कुछ ऐसे ही बेस्ट कॉलेजेस के बारे में बता देते हैं, जहां आप भी BEMS कोर्स की अच्छी तैयारी के साथ कर सकते हैं।

  • Annai Nivetha Electropathy Medical College and Hospital, Sivaganga
  • Ayushman Medical Institute of Electropathy and Hospital, Gurgaon, Haryana
  • Babasaheb Bhimrao Ambedkar Bihar University
  • BEMS Medical College of Electropathy and Hospital, Hyderabad, Telangana
  • DCM Institute of Medical and Paramedical Technology – DCMIMPT, Amritsar
  • Haryana Medical Institute, Hisar
  • Indira Electro Homeopathy Medical Institute and Hospital, Udaipur, Rajasthan
  • Karunya Medical College of Electropathy-KMCE, Kanyakumari
  • National Institute of Electro-homeopathy Medical Science -NIEMS, New Delhi
  • Punjab Medical Institute and Hospital of Electropathy – PMIHE, Jalandhar
  • Rajiv Gandhi College of Electro Medical Sciences and Hospital, Tamil Nadu
  • Shri JC Bose Medical Institute and Hospital of Electropathy – SJCBMIHE, Jaipur, Rajasthan
  • Vivekanand Medical Institute of Electropathy and Research Center, Ahmednagar

सिलेबस

दोस्तों, यह कोर्स 4.5 वर्ष का होता है और इसमें 4 सेमेस्टर होते हैं।

तो चलिए, हम आपको इन चारों सेमेस्टर के कोर्स के बारे में यानी कि सिलेबस के बारे में बता देते हैं।

1st ईयर सिलेबस

  • एनाटॉमी 1 (Anatomy 1)
  • शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology 1)
  • भोजन और स्वच्छता (Food and Hygiene)
  • इलेक्ट्रो होम्योपैथी फार्मेसी (Electro – Homeopathy Pharmacy)

2nd ईयर सिलेबस

  • एनाटॉमी 2 (Anatomy 2)
  • शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology 2)
  • विकृति विज्ञान (Pathology)
  • इलेक्ट्रो होम्योपैथी (Electro – Homeopathy)

3rd ईयर सिलेबस

  • इलेक्ट्रो होम्योपैथी और चिकित्सा का अभ्यास 1 (The Practice of Electro – Homeopathy and Medicine 1)
  • प्रसूतिशास्र (Gynecology)
  • E.N.T
  • नेत्र विज्ञान

4th ईयर सिलेबस

  • इलेक्ट्रो होम्योपैथी और चिकित्सा का अभ्यास 2 (The Practice of Electro – Homeopathy and Medicine 2)
  • शल्य चिकित्सा (Surgery)
  • चिकित्सा न्यायशास्त्र (Medical Jurisprudence)
  • बाल रोग और प्रसूति (Pediatrics and Obstetrics)

जॉब फ्यूचर स्कोप

दोस्तों, अगर हम जॉब स्कोप के बारे में बात करें, तो बीईएमएस कोर्स करने के बाद, आपको कई क्षेत्रों में जॉब मिल सकती है।

हो सकता है कि आपको सरकारी हॉस्पिटल में नौकरी मिल जाए, और यह भी हो सकता है कि आपको प्राइवेट हॉस्पिटल में नौकरी मिल जाए, या फिर आपको मेडिकल कॉलेज या किसी विश्वविद्यालय में कोई नौकरी मिल जाए।

इसलिए इसमें नौकरी की कमी नहीं होती है, यहाँ पर आपको नौकरी के बहुत सारे क्षेत्र देखने को मिलते हैं।

सैलरी

दोस्तों, बीईएमएस कोर्स करने वाले व्यक्ति की सैलरी उसकी नौकरी पर निर्भर करती है, जहां उसे पोस्ट किया गया है।

हालांकि, हम आपको यह बता देना चाहते हैं कि यदि आप इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं, तो आपको शुरुआती दौर में ही 20 से 30 हजार रुपये का वेतन आसानी से मिल जाता है।

जब आपको अच्छी नौकरी मिलती है और आपके पास काम करने का अच्छा अनुभव होता है, तो 40 से 50 हजार रुपये तक की सैलरी मिलना आपके लिए कोई बड़ी बात नहीं है।

यह आपके कौशल, प्रदर्शन और अनुभव पर निर्भर करेगा, जिससे आपको उच्चतम स्तर की सैलरी की संभावनाएं मिलेंगी।

इसलिए, बीईएमएस कोर्स आपके लिए एक उच्च प्रोफेशनल करियर का द्वार खोलता है, जहां आपको अच्छी वेतन और भविष्य की संभावनाएं प्राप्त हो सकती हैं।

निष्कर्ष

तो दोस्तों, आपको यह आर्टिकल कैसा लगा? क्या आपको जानकारी मिली कि BEMS कोर्स क्या है और इसके लिए कैसे आवेदन किया जाता है?

मैं उम्मीद करता हूँ कि आपको यह आर्टिकल पसंद आई होगी, साथ ही इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बीईएमएस से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी।

यदि आपको इस से जुड़ी कोई भी समस्या हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते हैं। हमें खुशी होगी आपकी मदद करने में।

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Yash Kumar, Hindi Gajab Gyan में लेखक और संपादक हैं। वह एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट हैं जो GK, Education और Technology पर सहायक ब्लॉग लिखना पसंद करते हैं।

2 thoughts on “BEMS Course क्या है Details in Hindi – फीस, जॉब स्कोप, सैलरी”

    • BEMS engineering and technology ke domain mein aata hain jaha par students science and engineering ke background me hote hain, lekin kuch colleges aise hote hain jaha par arts backgrounds ke students ko bhi admit kar lete hain.

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